Tuesday 24 April 2018

टूटती कांग्रेस देश के लिए शुभ

सलमान खुर्शीद ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कहा कि "कांग्रेस का दामन मुस्लिमो के खून से रंगा है, उसमें मैं भी शामिल हूं। अपनी ही पार्टी के बारे में कहा कि वह अपनी गलतियों से सीखना नहीं चाहती।"
यह तो सभी को पता है कि कांग्रेस के हाथ सिखों,गौ भक्तो, और न जाने किस किस के खून से रंगे हैं।
सलमान खुर्शीद पहले भी पाकिस्तान में जा कर विवादित बयान देते रहे हैं। आज उनकी आत्मा जागती है तो उन्हें प्रायश्श्चित करने के लिए खुल कर बोलना होगा।
गांधी परिवार की साजिशों का पर्दाफाश करना होगा। वरना कांग्रेस का इतिहास है कि जब कोई नेता उनके लिए महत्वहीन हो जाता है या गांधी परिवार के विरुद्ध बोलता है तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है,और सलमान खुर्शीद भी इसी का हिस्सा साबित होंगे। वैसे भी मुख्य न्यायाधीश के विरुद्ध महाभियोग याचिका में भी जिन नेताओं ने हस्ताक्षर नहीं किए उनमें सलमान खुर्शीद भी थे।

Friday 20 April 2018

मानसिकता कहां बदली कांग्रेस की।

 कल सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस लोया की मृत्यु को प्राकृतिक मानते हुए  किसी साजिश की संभावना को नकार दिया। इससे बौखलाई कांग्रेस को यह रास नहीं आया और आनन फानन में आज मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के विरुद्ध महाभियोग का एक नोटिस राज्यसभा चैयरमेन श्री वैकयया नायडू जी को दे दिया।
मुझे तो आज 1975 का वह कालखंड याद आ रहा है जब इन्हीं राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी का चुनाव को इलाहाबाद हाईकोर्ट में तत्कालीन जस्टिस जगमोहन सिन्हा ने अवैध करार कर दिया था। और बाद में बौखलाई श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश पर आपातकालीन थोप दिया था और प्रेस की आजादी को समाप्त कर दिया था, लाखों विरोधियों को जेल में डाल दिया था, पूरे देश को अंधकारमय वातावरण में झोंक दिया था। आज कांग्रेस और उसी गांधी परिवार के सदस्य राहुल या उनके इशारे पर चलने वाला प्रधानमंत्री, सत्ता में होते तो सोच कर भी डर लगता है। 
ऐसा है इस गांधी परिवार का और कांग्रेस का चरित्र।  कुछ नहीं बदला ।
देशवासियों जागो और सोचो कि हम कहां जा रहे हैं और हमें अब कहां जाना है।